# Lionel messi biography and motivational life story in hindi.
लियोनेल मेसी की प्रेरणादायक कहानी
अपने सपने तक पहुँचने के लिए आपको लड़ना होगा. इसके लिए आपको त्याग और कड़ी मेहनत करनी पड़ेगा
दोस्तों यह विचार दुनिया की सबसे महान फुटबॉलर में से एक लियोनेल मेसी के है, लियोनेल मेसी ( Lionel messi biography and motivational life story in hindi) जिन्हें परिचय की आवश्यकता नहीं है लोग फुटबॉल के भगवान के नाम से भी जानते हैं.
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लियोनल मेस्सी की प्रेरणदायक कहानी जिसे हर इंसान को जाननी चाहिए. |
दोस्तों यह motivational story लियोनेल मेसी के (Lionel messi biography and motivational life story in hindi )जीवन का है जिस जीवन में उन्होंने अपनी खराब वित्तीय पृष्ठभूमि, शारीरिक अक्षमताओं और संसाधनों की कमी पर विजय प्राप्त कर अपने आप को दुनिया का सबसे महान फुटबाल खिलाड़ी बनाया.जब कोई इंसान अपने जीवन में सफल नहीं हो पाता है तो वह अपनी असफलता का दोष दूसरे के सिर पर मड देता है, वह बहाना बनाता है की मेरी आर्थिक हालत ठीक नहीं थी जिससे कि मैं कुछ कर पाऊं, मेरे पास संसाधन नहीं थे कि मैं आगे बढ़ पाऊं या मेरे अंदर शारीरिक कमी थी इसलिए मेरा सिलेक्शन नहीं हो पाया .इसी तरह के बहाने बनाकर लोग अक्सर अपनी किस्मत से हार मान लेते हैं और उन्हें जीवन में जो कुछ भी मिलता है उसे भगवान की मर्जी मान कर उसे स्वीकार कर लेते हैं, जबकि दूसरी तरफ दुनिया में ऐसे भी लोग होते हैं जो अपनी कमियों पर ध्यान न देकर अपनी ताकतों को पहचान कर उन पर ध्यान देते है और अपनी असफलताओं को सफलता में बदल देते हैं.
ऐसा ही एक महान व्यक्तित्व है लियोनेल मेसी,दोस्तो लियोनेल मेसी की कहानी भी एक ऐसे इंसान की कहानी है जो अपने जीवन की सारी बाधाओं को पार करता हुआ दुनिया का सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ी बनता है.
Lionel messi biography and motivational life story in hindi.
जीवन और संघर्ष:
लियोनेल मेसी का जन्म 24 June 1987 को अर्जेंटीना में हुआ था ,मध्य वर्गीय परिवार में जन्मे मेसी का आरंभिक जीवन प्राय अभाव में ही बीता उनके पिता जॉर्ज मेसी एक स्टील फैक्ट्री में मैनेजर थे और उनकी माता भी एक कामकाजी महिला थी. दोस्तों मेसी के माता-पिता एक फुटबॉल प्रेमी थे जिसके कारण उनके बच्चो को भी काफी काम उम्र से ही फुटबॉल के प्रति लगाव हो गया था.
आपको जानकर हैरानी होगी कि मेसी ने अत्यंत कम उम्र से ही फुटबॉल के प्रति अपना प्रेम और जुनून दिखाना शुरू कर दिया था. छोटे मेसी कि इस प्रतिभा को देखकर मेसी के पिता ने मेसी को महज 5 साल की उम्र में ही अपने इलाके के एक फुटबाल प्रशिक्षण क्लब में शामिल करवा दिया था ताकि वह फुटबॉल अच्छी तरह से सीख सकें और एक बहुत बड़े फुटबॉलर बन सके.
अपनी बेटे के फुटबॉल के प्रति जुनून और काबिलियत को देखकर खुद मेसी के पिता उन्हें प्रशिक्षण देते. एक आदर्श पिता की भांति जॉर्ज ने धन की कमी से जूझते हुए भी लियो के प्रशिक्षण को जारी रखवाया और अपने बच्चे को सर्वश्रेष्ठ बनाने की कोशिश करते रहे.
अपनी असाधारण प्रतिभा के बल पर लियोनेल मेसी को मात्र 8 साल की उम्र में न्यू वेल्स ओल्ड बॉयज नामक फुटबॉल क्लब में शामिल कर लिया गया. जहां उनके अभूतपूर्व कौशल ने सबका ध्यान उनकी तरफ खींचा . दोस्तों यह मेसी का जादू ही था कि इतनी छोटी सी उम्र में ही बड़े-बड़े प्रतिष्ठित फुटबॉल क्लबों का ध्यान मेसी की तरफ खींचा चला गया .
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संघर्षो की शुरुआत :
दोस्तों आपको बता दें कि 10 वर्ष की उम्र में मेस्सी अपने हम उम्र के बच्चों की तुलना में और यहां तक की अपने से छोटी उम्र के बच्चों की तुलना में भी काफी छोटे और नाजुक थे. अपने बच्चे में इस असमानता को देखकर जब मेस्सी के परिवार वालों ने डॉक्टरी सहायता ली तो यह पाया कि मेस्सी के शरीर में ग्रोथ हार्मोन की बड़ी भारी कमी है जिसके कारण उनका विकास रुक गया है और इस विकास की प्रक्रिया को पुनः शुरू करने के लिए हर महीने ग्रोथ हार्मोन इंजेक्शन देने की आवश्यकता हैं .
दोस्तों आपको बता दे की इस इंजेक्शन को देने का खर्च 900 से 1000 डॉलर प्रतिमाह था. दोस्तों मेसी के माता-पिता की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि प्रत्येक महीने इतनी रकम सिर्फ इलाज के लिए खर्च कर सकें. इस घटना के बाद मानो ऐसा लग रहा था कि मेस्सी का करियर शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाएगा पर यह तो छोटे से मेस्सी के जीवन के संघर्षों की शुरुआत भर ही थी.
इस बीमारी का पता चलने के बाद उनके माता-पिता सबसे अधिक दुखी थे क्योंकि वे चाहते थे कि उनका बेटा एक महान फुटबॉल खिलाड़ी बने पर इस घटना के बाद उनका यह सपना बिखरता हुआ दिखाई दे रहा था.
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शारीरिक कमी ने रोका रास्ता :
मेसी एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी थे उनकी इस प्रतिभा को देखकर कई सारे फुटबॉल क्लबों ने उन्हें अपने क्लब में शामिल करने की दिलचस्पी दिखाई थी पर यह बीमारी मेस्सी की सफलता में पहली बार तब रोड़ा बनी जब अर्जेंटीना के रिवर प्लेट एफसी नामक क्लब ने मेसी की प्रतिभा को देखते हुए उन्हें अपने टीम में चुनने का निर्णय कर लिया था जब उन्हें मेसी की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में पता चला कि इस 11 साल के लड़के की वृद्धि रुक गई है और इसके इलाज के लिए प्रतिमाह तकरीबन $1000 की आवश्यकता है तो उन्होंने अपना निर्णय बदल दिया और उन्हें अपनी टीम में चुनने से मना कर दिया और यह हवाला दिया कि वे किसी खिलाड़ी के इलाज के लिए इतने पैसे खर्चे नहीं कर सकते हैं क्योंकि उनके पास फंड की कमी है.
मेसी एक प्रतिभावान खिलाड़ी थे पर इस समय एक शारीरिक कमी ने उनसे उनका सब कुछ छीन लिया था, जिस खिलाड़ी को अपनी क्लब में शामिल करने के लिए बड़े प्रतिष्ठित फुटबॉल क्लब आपस में होड़ लगाते थे आज उस खिलाड़ी को एक शारीरिक कमी के कारण कोई भी स्वीकार नहीं करना चाहता था.
दोस्तों यह घटना है किसी को भी हतोत्साहित कर सकती हैं फिर भी मेस्सी ने नहीं कभी भी हार नहीं मानी ओर नही इन चुनौतियों के बीच उन्होंने कभी आत्मसमर्पण नहीं किया और ना ही अपने आप को कमजोर होने दिया.
इन सब चुनौतियों के बावजूद मेसी ने खुद को टूटने से बचाए रखा और अपनी प्रतिभा पर विश्वास रखते हुए खुद को आशावादी बनाए रखा, पर कहते हैं ना कि जुनूनी और प्रतिभाशाली लोगों के दुख ज्यादा दिन नहीं रहते. सारी कमियों को अनदेखा कर जिस तरह मेस्सी अपनी प्रतिभा और मेहनत को बढ़ाते रहें वह आखिरकार रंग लाई.
लियोनेल मेसी के जीवन ने उस वक्त एक बड़ी मोड ली जब 13 वर्ष की उम्र में एफसी बर्सिलोना के निर्देशक कार्लेक्स रेक्चस को मेसी की प्रतिभा के बारे में पता चला. मेसी की असाधारण प्रतिभा और खेल को देखकर करलेक्स रेक्चस ने मेसी को अपने क्लब में शामिल किया साथ ही साथ उन्होंने मेसी का विकास हार्मोन को बढ़ाने वाले इलाज के खर्च को भी मंजूरी दे दी पर यह शर्त रखी कि मेस्सी को अर्जेंटीना छोड़कर उनके साथ स्पेन जाना होगा ताकि वह अपने फुटबॉल के कैरियर को आगे बढ़ा सके.
दोस्तों यह मेसी के लिए उनके जीवन का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ. एफसी बर्सिलोना द्वारा चुन लिए जाने के बाद मेसी शर्त के मुताबिक अपने पिता के संग अर्जेंटीना छोड स्पेऩ चले गए, स्पेन जाने के बाद उन्हें वहां के एक प्रतिष्ठित क्लब में प्रशिक्षण के लिए भर्ती करवाया गया जहां अनेको प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ियों ने प्रशिक्षण किया था। मेसी बचपन से ही प्रतिभाशाली खिलाड़ी थे उनमें प्रतिभा ,जुनून, और काबिलियत पूरी तरह भरी थी साथ में एफसी बार्सिलोना का साथ मिलने से उनकी प्रतिभा में और चार चांद लग गए।
मेसी ने अपने को दिए गए मौके और करलेक्स रेक्चस के भरोसे को सही साबित करने के लिए कड़ी मेहनत और दृढ़ता से खुद को अच्छी तरह प्रशिक्षित किया और खुद को इस काबिल बनाया कि वे दुनिया के सबसे महान फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक बन जाएं।
जिस सूर्य ज्यादा देर तक नहीं छुप सकता ठीक उसी तरह प्रतिभा भी ज्यादा दिन तक नहीं छुप सकती है:
दृढ़ संकल्प और फुटबॉल के प्रति अपने जुनून के कारण महज 16 साल की उम्र में मेस्सी पहली बार बार्सेलोना की तरफ से आधिकारिक तौर पर मैदान में उतरे और इस मैच में बार्सिलोना की जीत हुई।
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सफलताओं की शुरुआत:
2000 और 2005 के सीजन में मेसी पहली बार मैदान में उतरे और मैदान में उतरती उन्होंने सबसे कम उम्र में लिखने वाले फुटबॉलर का रिकॉर्ड तोड़ दिया और साथ में सबसे कम उम्र के लीग गोल स्कोर करने वाले खिलाड़ी बने. उसके बाद तो फिर मेसी ने कभी पीछे मुड़कर देखा ही नहीं मेसी ने अपने शानदार खेल बार्सिलोना की सफलता की बुलंदियों पर पहुंचा दिया विशेष रूप से 2009 में बार्सिलोना ने चैंपियंस लीग, ला लिगा स्पेनिश सुपर कप पर एक साथ कब्जा कर लिया.
2006 में मेसी अर्जेंटीना की ओर से फीफा वर्ल्ड कप खेलने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने साथ ही 2008 में मेसी ने अर्जेंटीना ओलंपिक फुटबॉल टीम की तरफ से ते हुए बीजिंग में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय सम्मान ओलंपिक गोल्ड मेडल जीता. मेस्सी अपनी प्रतिभा से काफी धनी थे और वह अपने खेल को जिस सिद्धत से खेलते थे उसे देखकर हर कोई उनका दीवाना हो जाता था।
सन 2009 की सीजन में मेसी ने कुल 49 गोल किए थे इतने गोल करने के बाद मेंसी के मैनेजर ने लोगों से कहा था " मेसी वह बेहतरीन खिलाड़ी है उन्होंने आज तक कभी देखा हो" सिर्फ यही नहीं बल्कि अर्जेंटीना और विश्व के सबसे महान फुटबाल खिलाड़ियों में से एक माराडोना ने मेस्सी की प्रशंसा करते हुए कहा था कि मैं मेस्सी मैं में खुद को देखता हूं।
दोस्तों मेस्सी महज 25 साल की उम्र में 200 ला लीगा गोल करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गये इसके अलावा उन्होंने लगातार चाय पीता पुरस्कार जीतने वाले पहले फुटबॉल खिलाड़ी के रूप में अपना नाम 10 किया।
दोस्तों मेस्सी महज 25 साल की उम्र में 200 ला लीगा गोल करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गये इसके अलावा उन्होंने लगातार चाय पीता पुरस्कार जीतने वाले पहले फुटबॉल खिलाड़ी के रूप में अपना नाम 10 किया।
lionel messi achievements and records
मेस्सी की कुछ अन्य उपलब्धियां:
- Most Ballon d'Or award 6
- Most FIFA World player of the year award 6
- Most FIFA World Cup golden ball 2
- Most European Golden Shoe award 6
- Fastest player to reach 100 UEFA goal
- Youngest player to score 400 plus goals for single European Club
- Most hat trick in UEFA Championship
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अपने संघर्षों से सीख लेकर दूसरे के संघर्ष को कम करने की कोशिश:
लिओनेल मेस्सी के जीवन से सीख:
Good
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