घर में कुत्ता पालना चाहिए या नहीं ? ghar me kutta palna chahiye ya nhi.
घर में कुत्ता नहीं रखना चाहिए।
कुत्ते को पालने वाला नर्क में जाता है।
तब युधिष्ठिर ने देखा की एक कुत्ता उनके पास खड़ा हैं। उन्होंने कहा की ये कुत्ता मेरी शरण में आया हैं ; अत : यह भी मेरा साथ स्वर्ग में चलेगा। तब इंद्र ने युधिष्ठिर से कहा -
स्वर्गे लोके श्ववता नास्ति धिष्ण्यमिष्टापूर्त क्रोधवशा हरन्ति।
ततो विचार्य क्रियता धर्मराज त्यज श्वान नात्र नृशसमस्ति।।
(महाभारत , महाप्रा ३। १० )
धर्मराज ! कुत्ता रखने वालो के लिए स्वर्गलोक में कोई स्थान नहीं हैं। उनके यज्ञ करने और कुआँ , बावड़ी आदि बनाने से जो पुण्य होता है , उसे क्रोधवश नमक राक्षस हर लेते हैं। इसलिए सोच विचार कर काम करो और इस कुत्ते को छोड़ दो.ऐसा करने में कोई निर्दयता नहीं हैं।
तात्पर्य यह है कि घर में कुत्ता नहीं रखना चाहिए , घर में टूटे फूटे बर्तन,टूटी खाट ,मुर्गा,कुत्ता और पेड़ का होना अच्छा नहीं माना जाता है। फूटे बर्तन में कलियुग का वास कहा जाता हैं . टूटी खाट होने से धन की हानि होती है। मुर्गे और कुत्ते के घर में रहने से देवता उस घर के भोजन को ग्रहण नहीं करते और पेड़ होने से उसके जड़ में साँप बिच्छू जन्तुओ का रहना अनिवार्य हो जाता हैं.
कुत्ते को एक अशुद्ध प्राणी माना गया हैं। उसके खान पान से स्पर्श से ,जगह जगह बैठने से अशुद्धि और अपवित्रता आती हैं कुत्ते को केवल समय समय पर रोटी दे ,पर अपने से दूर ही रखे।