#Jack ma Success and motivational life story in hindi -
जैक मा मोटिवेशनल स्टोरी इन हिंदी
दोस्तो जिस तरह गुलाब को पाने के लिए आपको जिस तरह पहले कांटो का सामना करना पड़ता हैं ठीक उसी तरह सफलता को पाने के लिए भी आपको पहले असफलता का स्वाद चखना पड़ता हैं .दोस्तो अगर आपके दुनिया महान व्यक्तियों के जीवन को देखे तो आपको दो चीजें comman मिलेगी वो हैं संघर्ष और असफलता .दोस्तो यह कहानी आपको बताएगी की कैसे संगर्ष ओर असफलताओ को पार कर एक मनुष्य दुनिया भर के लोगो के लिए प्रेरणा बनता है.दोस्तो यह मोटिवेशनल कहानी चीन के सबसे अमीर व्यक्ति जैक मा की हैं.जैक मा संघर्ष और सफलता की जिगी जगती मिशाल हैं ओर इनका जीवन हर व्यक्ति को संघर्ष करने और असफलताओ से न डरने की प्रेरणा देता हैं.
दोस्तो आपको बता दे की जैक मा दुनिया की सबसे बड़ी e-commerce कंपनियों में से एक अलीबाबा के संस्थापक और मालिक हैं. कभी मात्रा 800 रुपये कमाने वाला व्यक्ति आज 10 लाख करोड़ की कंपनी के मालिक हैं लेकिन उनकी इस सफलता के पीछे उनको बार बार मिलने वाली असफलता की वो कहानी हैं जिसे हर इंसान को जाननी चाहिए .
जैक मा का जन्म 10 सिरबर 1964 को चीन के जेजियांग प्रान्त के हंहजु गाँव मे हुए था .जैक के माता पिता एक पारम्परिक संगीतकार थे और उनकी आर्थिक स्थिति साधारण थी.1960 ओर 1970 के दसक में चीन ने अपनी अर्थव्यवस्था को पूरी दुनिया के लिए नही खोल था जिसके कारण चीन में इस समय तक विदेशी व्यापर ओर विदेशी टेक्नोलॉजी नही पहुची थी और चीन के लोग प्रायः इन सब से अछूते थे.
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पढ़ाई में थे अत्यंत कमज़ोर:
dont judge a student by its reeport card: दोस्तो यह quotation जैक मा पर बिल्कुल सही बैठता हैं. दोस्तो आपको बतादे की स्कूली शिक्षा ने जैक के जीवन मे उतना प्रभाव नही डाला जितनी की उन्ही असफलताओ से मिलने वाली सिख ने डाली , आपको बता दे कि 10लाख करोड़ की कंपनी के मालिक और चीन के सबसे व्यक्ति जैक मा बचपन में पड़ही में अत्यंत कमज़ोर थे. आपको बतादे की जैक मा अपने प्राथमिक स्कूल की परीक्षा में 2 बार fail हुए थे और मिडिल स्कूल की परीक्षा में 3 बार fail हुए थे,पर दोस्तो आपको बता दे कि ये तो उनके जीवन मे बस failure की शुरुआत भर ही थी.
अंग्रेजी सीखने की थी ललक:
दोस्तो चीन की राष्टीय भाषा मैंडरिन हैं और यह के अधिकांश लोग आपसी बोलचाल ओर वार्तालाप ले लिया इसी मैंडरिन भाषा का इस्तेमाल करते हैं पर जैक मा को बचपन से ही अंग्रेजी सीखने और बोलने की ललक थी. जैक जानते थे कि अंग्रेजी एक ऐसी भाषा है जिसे सिख कर वे पश्चिमी देशों की सभ्यता,संस्कृति,टेक्नोलॉजी ओर विज्ञान को समझ सकते है.
अंग्रेजी सीखने के लिए बन गए टूरिस्ट गाइड:
जैक मा बचपन से ही अंग्रेजी सीखना चाहते थे पर अंग्रेजी सीखने की सुविधा न होने के कारण उन्हें शुरुआत में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था. चीन के लोग आज भी अंग्रेजी बोलना पसंद नही करते हैं यहां तक कि चीन की सरकार भी आधिकारिक तौर पर अमन्द्ररीं भाषा का ही इस्तेमाल करती हैं न की इंग्लिश का . आज के दौर हम घर बैठे इंटरनेट की मदद से कोई भी भाषा सिख सकते हैं पर 1970 के दशक में चीन में इंटरनेट न होने के कारण जैक को ये सब सुविधाएं नही मिल पाई थी पर इन सबके बाद भी जैक ने कभी अपनी इच्छायों को मरने नही दिया .
दोस्तो आपको बता दे कि अंग्रेजी सीखने के लिए जैक मा एक टूरिस्ट गाइड बन गए ताकि वे अपने शहर में आने वाले विदेशी पर्यटकों से अपने शहर को दिखाने के बदले कुछ अंग्रेजी सिख सके. जैक मा की अंग्रेजी सीखने की ललक इतनी तेज थी जैक मा एक टूरिस्ट गाइड का काम करने के साथ साथ अपने घर से कई किलोमीटर दूर स्तिथ हांग्जो इंटरनेशनल होटल जाते ताकि वे होटल आने वाले विदेशी ओर अंग्रेजी पर्यटकों से भी अंग्रेजी बोलना सिख सके.टूरिस्ट गाइड का काम करते करते उनके एक अच्छा विदेशी मित्र बन गया और इस विदेशी मित्र ने ही मा यूँ ( जैक मा ) को जैक मा का नाम दिया .
जैक ने इसी तरह 9 वर्षो तक गाइड का काम किया और इस काम ने न सिर्फ उन्होंने अंग्रेजी सीखी बल्कि पश्चमी सभ्यता ,रहन सहन, ओर टेक्नोलॉजी का भी ज्ञान अर्जित किया.
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असफलता,फेलियर और रिजेक्शन की वो कहानी जो हर इंसान को सोचने पर मज़बूर कर देगी:
दोस्तो जैक मा आज चीन के सबसे अमीर व्यक्ति हैं तथा 15 लाख करोड़ की कंपनी के संस्थापक ओर मालिक हैं पर यह तक पहुचने के लिए जैक मा ने जाने कितनी असफलताओ,फेलियर, और रिजेक्शन का मुंह देखा हैं.
दोस्तो इस भाग में हम जैक मा के FAILURES ओर रिजेक्शन पर विचार करते हुए सिख लेंगे की कैसे आप भी अपनी बाधाओं को पर करते हुए अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं.
दोस्तो दुनिया मे हर साल लाखों युवा मैनेजमेंट की डिग्री लेने और बिज़नेस सीखने के लिए लाखों रुपये खर्च करते हैं पर क्या आपको पता हैं कि दुनिया की सबसे बड़ी E COMMERCE कंपनियों में से एक अलीबाबा के संस्थापक जैक मा के पास कोई MBA या बिज़नेस की डिग्री नही हैं.
डिग्री तो छोड़ दीजिए आपको यह जान कर हैरानी होगी कि 15 लाख करोड़ के कंपनी के मालिक को अच्छी से गणित तक नही आता हैं.
1.) आपको बता दें की जैक मा प्राथमिक स्कूल में 2 बार ओर मिडिल स्कूल में 3 बार फैल हुए थे.
जैसे तैसे करके जैक मा ने स्कूली शिक्षा तो पूरी कर ली पर उनकी FAILUERS का सिलसिला कॉलेज में भी जारी रहा. जैक मा ने जब कॉलेज में भर्ती होने के लिए एंट्रेंस एग्जाम दिया तो वो उसमे भी 2 बार फेल हो गए, दोस्तो आपको बता दे कि यह प्रवेश परीक्षा साल में केवल 1 बार ही आयोजित होती थी जिसके कारण उन्हें यह परीक्षा पास करने में 4 साल लॉग गए.
2.) गणित में 120 अंक में से मात्र 1 अंक मिले:
दोस्तो आपको बता दे कि 15 लाख करोड़ के कंपनी के मालिक जैक मा को मैथ में 120 पॉइंट्स में से मात्र 1 पॉइंट्स ही मिले थे.जैक मा अपने बारे में बताते है कि मैं मैथ में अच्छा नही हूँ , नही मैन कभी मैनेजमेंट की पढ़ाई की हैं और इतनी बड़ी कंपनी को चलाने के बावजूद मुझे अभी भी एकाउंटिंग रिपोर्ट्स समझ मे नही आते हैं.
3.) हार्वड यूनिवर्सिटी में 10 बार रिजेक्ट हुए:
दोस्तो आपको बता दे कि जैक मा ने कॉलेज की शिक्षा के लिए विश्व प्रसिद्ध हारवर्ड यूनिवर्सिटी में 10 बार आवेदन किया था पर दसो बार उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया.आखिरकर जैक मा ने 1988 में हांग्जो सामान्य विश्विद्यालय से अंग्रेजी में BA जे साथ स्नातक किया.
4.) 30 से अधिक कंपनियों ने जैक मा को रिजेक्ट:
जैक मा ने कॉलेज के ग्रेजुएशन करने के बाद 30 से अधिक कंपनियों में नॉकरियो के लिए आवदेन किआ था पर आपको यह जान के हैरानी होगी कि उन्हें तीसों कंपनियो में रिजेक्ट कर दिया गया था.
5.) दोस्तो आपको बता दे कि जैक मा ने पुलिस अधिकारी बनने के लिए भी आवेदन किया था पर उन्हें सीनियर पुलिस ऑफिसर्स ने देखते ही उन्हें रिजेक्ट कर दिया था और कहा कि तुम इस नॉकरी के लिए लायक नही हो क्योकि जफकक मा एक छोटे और पतले कद काठी के व्यक्ति थे.
6.) KFC ने 24 में से 23 को चुना 1 को नही, वो थे जैक मा:
इतनी बार असफलता और रिजेक्ट होने के बावजूद जैक ने कभी भी हार नही मानी थी उन्हें जहा भी मौका मिलता वो वही आवेदन कर देते की शायद उन्हें कोई नॉकरी मिल जाये.1990 के दशक में जब विदेशी फास्टफूड कंपनी KFC नई जैक मा के शहर में अपना पहला स्टोर खोल तो वहां काम करने के लिए 23 staffs की नियुक्ति के लिए आवेदन मंगाए गए थे. बेरोजगार जैक मा को जब यह पता चला की kfc में staffs की नियुक्ति हो रही हैं तो उन्होंने भी आवेदन कर दिया ,पर दोस्तो आपको यह जान कर हैरानी होगी कि उन 23 आवेदनों के लिए 24 लोगो ने अप्लाई किआ था जिनमे एक जैक मा भी शामिल थे पर उन 24 लोगो मे से लोगो 23 को kfc में नॉकरी के लिए चुन लिया गया पर एक को रिजेक्ट कर दिया गया और वो एक दुर्भायपूर्ण व्यक्ति था जैक मा.जैक मा को फिर एक बार रिजेक्शन का मुँह देखना पड़ा था.
7.) जैक मा से कम स्कोर लाने वालो को चुना गया पर जैक मा को नही:
जैक मा अपनी असफलताओ कू याद करते हुए कहते हैं कि मेरे चचेरे भाई और मैं अपने शहर में स्तिथ एल 4 सितारा होटल में वेटर की नॉकरी के लिए गर्म दिनों में घंटो तक कतार में लगे रहते थे , वे कहते हैं कि ये मेरी किस्मत ही थी कि मुझसे कम स्कोर लाने वाले मेरे भाई को वेटर की नॉकरी के लिए सेलेक्ट कर लिया गया पर मुझे अस्वीकार कर दिया गया.
दोस्तो आपको बता दे कि आख़िरकार् जैक मा को 800 रुपये प्रतिमाह पर एक शिक्षक की नॉकरी मिल गयी पर कुछ दिनों के बाद ही उन्होंने उसे छोड़ दिया और बिज़नेस की दुनिया मे कदम रखने की सोची.
इंटरनेट की ताकत पहचानी :
शिक्षक की नॉकरी छोड़ने के बाद जैक मा ने अपनी एक ट्रांसलेशन कंपनी खोल ली जहा वे अनुवादक के रूप में अपनी कंपनी को चलाने लगे.दोस्तो आपको बता दे कि 1995 में जैक मा अपने काम के सिलसिले में अमेरिका गए जहाँ उनकी पहली मुलाकात इंटरनेट से हुई .
जैक मा जब 1995 में ममेरिक पहुचे तब उन्होंने सबसे पहली बार इंटरनेट के बारे में जानकारी मिली .जैक मा बताते हैं कि कंप्यूटर और इंटरनेट के बारे में जानकारी उन्हें उनके एक मित्र ने दी थी. जैक के दोस्त ने ही जैक को सबसे पहले बताया कि ये इंटररनेट हैं और आप इसमें कुछ भी सर्च कर सकते हैं . जब जैक के दोस्त ने जैक को कंप्यूटर में कुछ टाइप करने को कहा तो जैक ने पहले ही बार मे मना कर दिया और कहा कि मैं इसे नही चलाऊंगा क्योकि हमारे यहां कपुरत काफी महंगा है और अगर मैंने इसे खराब कर दिया तो तो मैं इसका भुगतान नही कर पाऊंगा.
पर अपने दोस्त के हौशला बढ़ाने के बाद आख़िरकार् जैक ने इंटरनेट पर एक शब्द टाइप किआ वो शब्द था भालू . ये शब्द जैक ने इसलिए टाइप किआ क्योकि ये शब्द काफी छोटा ओर आसान था.
जैक मा ने जब इंटरनेट को देखा तो तो उसके उपयोग को देखकर जैक मा हैरान हो गए कि कैसे मात्र 1 क्लिक से दुनिया भर की जानकारी आपके सामने आ जाती हैं. इनरेरनेट को देख कर जैक के मन मे भी उसे चलाने की। उत्सुकता जाग उठी और जब उन्हें पहली बार जब इंटररनेट पर कुछ टाइप करने को मिला तो उन्होंने BEAR यानी भालू शब्द टाइप किया.
BEAR शब्द टाइप करने के बाद उन्हें सर्च रिजल्ट में काफी अलग अलग भाषायो में जानकारी मिली पर चाइनीस में बेकार के बारे में कोई जानकारी नही मिली .यह देख कर जैक मा काफी हैरान हुए की अन्य देशों की जानकारी इंटररनेट पर उपलब्ध हैं पर चीन के बारे में कोई ज्यादा जानकारी नही हैं. इस छोटी घटना ने जैक मा को थोड़ा दुखी तो किआ पर उनके लिए एक ऐसे अवसर को प्रदान किया जो जैक मा को एक FAILUERS से चीन का सबसे अमीर व्यक्ति बनाने वाली थी.
रखा इंटरनेट की दुनिया में पहला कदम:
इंटरनेट की ताकत से रूबरू होने बाद ओर यह जानने के बाद कि उनका देश चीन इस टेक्नोलॉजी में काफी पीछे हैं ,जैक मा ने अपने पहले इंटरनेट वेबसाइट की नींव डाली .
ugly वेबसाइट बनाई: इंटरनेट पर चीन से जुड़ी कोई भी जानकारी उपलब्ध होने के कारण जैक म ने एक ugly. कॉम नाम से एक वेब पेज की शुरुआत की जिसमे चीन के बारे में कुछ जानकारिया दी गयी थी. इस वेब पेज को शुरुआत करने के महज कुछ घंटों के भीतर ही उन्हें कई चीनी निवेशकों के e mail आने लग गए. कई निवेशकों से महज कुछ घंटों के भीतर जुड़ने के बाद जैक मा को इंटरनेट की ताकत समझ में आ चुकी थी.
इसके बाद सन 1995 में जैक मा ने अपने एक रिश्तेदार से 20000 युआन उधर लेकर chinapages. com की शुरुआत की . इस वेबसाइट के जरिये जैक मा ने अपने अमेरिकी दोस्तो के साथ मिलकर चीन के कंपनियो के लिए वेबसाइट बनाने का काम शुरू किया. 3 वर्षो के भीतर कंपनी में शानदार तरीके से तकरीबन 800000 अमेरिकी डॉलर कमाए थे.
इनरेरनेट की अच्छी जानकारी होने के बाद जैक मा ने 1995 में अपनी पहली वेबसाइट CHINAPAGE की शुरुआत की. इस वेबसाइट के माध्यम से चीन के उद्धमि ( बिजनेसमैन) दुनिया भर के लोगो से व्यापार कर सकते थे.दोस्तो आपको बता दे की इस वेबसाइट को सुचारू रूप से चलाने के लिए जैक मा ने एक सरकारी निकाय के साथ साझेदारी की थी पर उनकी यह साझेदारी ज्यादा दिनों तक टिक न सकी . इस साझेदारी के टूटने के बाद जैके मा के पास पैसे की कमी गयी और आखिरकर निवेश को पैसे की कमी के कारण जैक मा को अपनी यह वेबसाइट बन्द करनी पड़ी.
chinayellowpages. कॉम के बंद होने के बाद जैक को फिर से नॉकरी की तलाश करनी पड़ी पर इस बार जैक की किस्मत अच्छी थी और उन्हें चीन के विदेश व्यापार और आर्थिक सहयोग मंत्रालय में एक सरकारी नॉकरी मिली.चीन के विदेश व्यापार और आर्थिक मंत्रालय में नॉकरी करते हुए जैक मा yahoo से संस्थापक जेरी यंग से प्रभाव वाले लोगो के संपर्क में आये थे.
सरकारी नॉकरी पाने के बाद भी जैक को वो ख़ुशी नही थी जो ख़ुशी उन्हें अपनी ऑनलाइन बिज़नेस china yellopages के लिए काम करके मिलती थी .आख़िरकार् जैक ने अपने सपनो के लिए वो सरकारी नॉकरी छोर दी ओर वापस अपने शहर लौट आये .दोस्तो यहां पर यह सोचने की बात हैं है कि जैक के लिए यह एक ऐसा वक़्त था कि कभी उन्हें से अधिक नॉकरियो के लिए रिजेक्ट कर दिया गया था और उस दिन एक ऐसा वक़्त था जब उन्होंने खुद अपनी सरकारी नॉकरी छोड़ दी थी .
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अलीबाबा की शुरुआत :
सरकारी नॉकरी छोड़ने के बाद सन 1999 में जैक म ने अपने 17 दोसतो की मदद से अपने अपार्टमेंट से ही छोटे और मध्यम आकार के व्यवसायों के लिए एक ऑनलाइन मार्किट प्लेस का मॉडल बनाया . इस ऑनलाइन मॉडलके तहत जैक मा ने एक वेबसाइट की सुरुयात की ओर इस वेबसाइट का नाम अलीबाबा रखा.
alibaba. com जैक मा ओर उनके सहयोगियो द्वारा शुरू की गई एक ऐसी वेबसाइट थी जो business to business मार्केट प्लेस मॉडल परर आधारित थी और इसका उददेश्य चीन के साथ साथ दुनिया भर कर के buyers और supppliers को कनेक्ट करने था.
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अलीबाबा का संघर्ष :
जैक मा ओर उनके सहयोगियो द्वारा शुरू किया गए इस वेब मोडल(अलीबाबा.कॉम) को स्टार्ट करने के लिए 60000 डॉलर का निवेश करना पड़ा था पर इस वेबसाइट को वैश्विक स्तर पर चलाने के लिए इससे कहि अधिक पैसो की जररूत थी . अपने इस वेबसाइट के फंड के लिए जैक मा को फिर एक बार अमेरिका का रूख करना पड़ा था.
सिलिकॉन वैली का रूख किआ :
अपने इस वेबसाइट के फंड के लिए जैक मा को अमेरिका के मशहूर सिलिकॉन वैली का रूख करना पड़ा था .सिलिकॉन वैली मी जैक ने अनेको निवेशको को अपना ऑनलाइन बिज़नेस मॉडल बताया और अपनी कंपनी में निवेष करने के लिए कहा पर यह भी उन्हें असफलता ही हाथ मिली .कई निवेशको ने जैक की इस ऑनलाइन बिज़नेस मॉडल को लाभहीन ओर धोखेबाजी भर बताया और जैक के बिज़नेस में निवेश करने से मना कर दिया. सिलिकॉन वैली से निराशा हाथ लगने के बावज़ूद जैक मा अपने काम और करर्तव्यों पर डटे रहे .सन 1999 ओर 2000 में जैक मा के नेतृत्व के कारण दो बड़ी कंपनिया गोल्डमैन सैकस और सॉफ्ट बैंक ने अलीबाबा में कुल 25 मिलियन डॉलर का निवेशक किया जिससे अलीबाबा को बड़ी आर्थिक सहायता मिली .
दोस्तो आपको बता दें कि इन सब के बावजूद अभी सफलता अलीबाबा .कॉम से अभी भी काफी दूर थी.शुरुआत के 3 सालो में अलीबाबा कोई भी राजस्व (revenue) बनाने में नाकाम रही यही नही कंपनी की हालत एक वक्त ऐसी थी कि कंपनी अपने दिवालियापन से सिर्फ 18 महीने दूर थी. दोस्तो आपको बता दे कि जब कंपनी इतनी मुश्किल दौर से गुजर रही थी तब भी जैकक मा अपने सकारात्मक सोच के साथ बिना निराश हुई लागातार अपने पथ पर डटे रहे.अपने शानदार नेतृत्व के कारण जैक मा ने न सिर्फ अलीबाबा को डूबने से बचाया बल्कि उसे दुनिया की सबसे बड़ी e commerce कंपनियो में से एक बनाया.
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अलीबाबा की सफलता:
दोस्तो अलीबाबा की सफलता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं जब 2014 मी इस कंपनी का ipo (share) अमेरिका की शेयर मार्केट मी आया तो इसने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये. share की लिस्टिंग के वक़्त अलीबाबा का यह ipo 68 डॉलर पर पेश किया गया पर मार्किट खत्म होने तक यह ipo लगभग 94 डॉलर तक पहुच गया और इसी कारण इसे अमेरिका का अबतक का सबसे बड़ा ipo बताया गया. दोस्तो आपको बता दें कि 2013 में 10 लाख करोड़ रुपई के ipo के साथ us market में सबसे बड़ी ipo वाली कंपनी बनकर उभरी . आज अलीबाबा 13 लाख करोड़ की संपत्ति वाली कंपनी जो दुनिया भर के लगभग 105 कंपनियो से जुड़ी है.
Ebay जैसी दिग्गज कंपनी को चीन से निकला ;
jackma ने 2003 में अलीबाबा ग्रुप की ही कंपनी taoban. com बनाई जो मुख्य रूप से नीलामी से जुड़ी हुई थी jackma के द्वारा बनाई गई इस वेबसाइट का उद्देश्य EBAY को टक्कर देने के लिए बनाई गई थी जो उस समय चीन के नीलामी बाज़ार में अपना पूरा प्रभुत्त्व जमाई हुई थी.
जैक मा के शानदार नेतृत्व में सिर्फ साल के अंदर ही qtrabe ने ebay को इतनी कड़ी टक्कर दी कि ebay को इस बाजार में बचे रहना मुष्किल हो गया और सिर्फ शाल के अंडर atoabe ने ebay के एकाधिकार को खात्म करके उसे चीन के बाहर का रास्ता दिखा दिया
चीनी बाजार पर बनाया अपना दबदबा :
दोस्तो आपको बता दे कि जैक मा ने 9 सहायक कंपनियो के साथ एक होल्डिंग कंपनी की रूप में aliabab. com को प्रतिष्टित किआ जिसमे alibaba ग्रुप के नाम से जाना जाता हैं .इन 9 कंपनियो में कुछ प्रमुख कंपनिया toabao marketplace, tmall, etao, aliexpress,ओर alipay. ये कंपनियां चीन के विभिन्न बाज़ारो में अपना दबदबा बनाये हुए हैं .सिर्फ यही नही बल्कि जैक मा के कंपनियो की चीन के सोशल मीडिया कंपनियो में भी काफी बड़ी हिस्सेदारी हैं .jack ma retirement
सफलता की चरम पर लिया रिटायरमेंट :
दोस्तो अभी तक मैंने आपको संघर्ष और उनकी सफलता की कहनो को आपको सामने पेश किया जिससे आपको काफी प्रेरणा मिली होगी पर अब मैं आपको जैक मा के उस साहसिक कदम ओर फैशले की बारे में बताऊंगा जिसने पूरी दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया था .
दोस्तो हमने सरकारी नॉकरी करने वाले लोगो को 60 साल की उम्र में रिटायरमेंट लेते हुए देखा हैं वो भी उनकी मर्जी से नही , दोस्तो जब भी हमारे देश मे रिटायरमेंट की बात आती है तो लोग डर जाते हैं क्योकि वो अपनी कमाई को छोड़ना नही चाहते हैं . खासतौर पर हमारे देश मे में व्यापारियों और उधमियों की तो कोई भी रिटायरमेंट ऐज ही नही होती हैं वो तो जिंदगी के आखिरी पलो में भी पैसा कमाना चाहते हैं.
दुनिया के सबसे बड़ी e commerce कंपनियो में से एक अलीबाबा के संस्थापक जैक मा ने अपनी सफलता के चरम पर सिर्फ 55 साल की उम्र में रिटायरमेंट ले लिया . दोस्तो जैसा कि आप जानते है कि जैक मा ने बड़ी असफलताओ का सामना करने और बाधाओ को दूर करने के बाद सफलता प्राफ्त की थी ऐसे में जब आप अपनी सफलता के चरम पर हो तब रिटायरमेंट की घोषणा करना किसी जिगर वाले का ही काम हो सकता हैं .
दोस्तो आपको बता दे कि (jack ma net worth in rupees) आज 2020 में जैक मा 42 billion डॉलर यानी 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के मालिक हैं और 2109 में जब जैक नई रिटायरमेंट की घोषणा की थी तब उनकी संपत्ति 2 लाख 75 हज़ार करोड़ रुपये से ज्यादा थी जो कि हर सेकंड , हर मिनट बढ़ती चली जा रही थी ऐसे में आपने काम को छोड़कर रिटायरमेंट लेना लोगो को सोचने पर मजबूर कर देता हैं .
दोसतो आपको बता दे कि जब एक इंटरव्यू में जैक मा से यह पूछा गया कि आपने अपनी सफ़लता की चरम पर क्यो रिटायर होना चाहते हैं तब जैक मा ने वो बात कही जो लोगो को प्रेरणा देने के साथ साथ उनकी बड़ी सोच को भी दिखाती हैं ,जैक ने कहा कि रिटायरमेंट से युग खत्म नही होता हैं बल्कि एक नए युग की शुरुआत होती हैं. इसके अलावा उन्होंने अपनी कंपनी के शेयर होल्डर्स को चिट्ठी लिखकर ये बताया कि उन्होंने अपनी रिटायरमेंट के फैशला बिल्कुल सही समय पर लिए हैं क्योंकि वो जानते हैं कि नई पीढ़ी के युवा लीडर्स उनकी जगह लेने के लिए पूरी तरह से तैयार है उन पर जैक मा को पूरा भरोसा हैं. जैक मा की यह सोच जैक मा के खुले विचारों को प्रदर्शित करती हैं .
जिस प्रकार जैक मा ने सफलता पाने के लिए अत्यंन्त संघर्ष किया , कईयो बार रिजेक्शन का सामना किया ठीक उन्ही संघर्षो को यादकर जैक मा आज नई नई पीढ़ी के युवायों को वो अवसर देने चाहते हैं जो उन्हें कभी नही मिला . दोस्तो आपको बता दे कि रिटायरमेंट लेने के बाद जैक मा फिर से शिक्षक का काम सुरु कर चुके हैं.
Rockstar jack ma
रॉकस्टार जैक मा
दोस्तो आपको बता दे कि जैक मा जितने अच्छे बिजनेसमैन ओर उद्दमी हैं उतने ही अच्छे वो डांसर,सिंगर,और रॉकस्टार भी हैं. दोस्तो आपको बता दु की शायद जैक मा जैसा दुनिया मे ओर कोई बॉस यया सीईओ नही हैं वो समय समय पर अपने ओर अपने पूरे स्टाफ के साथ मौज मस्ती करते रहते हैं . अगर आप जैक मा के कुछ वीडियोस को देखे तो आपको लगेगा कि ये आदमी कोई व्यवसायी ओर शिक्षक नही बल्कि एक सुपरस्टार हैं . दोस्तो आपको बता दे कि जैक मा अपने जन्मदिन पर रॉकस्टार विग लगगर परफॉरमेंस कर चुके हैं . इसके अलावा अलीबाबा की 20वी सालगिराह पर जैक मा ने you raise me up गाने पर अपने पूरे स्टाफ के साथ स्टेज पेपर लगातार 4 घंटी की परफॉरमेंस दी थी. सिर्फ यही नही बल्कि 2017 में जैक मा ने अलीबाबा की वर्षगांठ के कार्यक्रम मे उन्होंने माइकल जैक्सन की तरह डांस कर दुनिया को को चौका दिया था . जैक मा ने अपनी रिटायरमेंट सेरमनी में भी काफी अच्छी तरह परफॉरमेंस किआ था .Jack ma Success and motivational life story in hindi
जैक मा के जीवन से सिख :
दोस्तो रिजेक्शन हमारी जीवन का ही एक हिस्सा है , हर इंसान कभी न कभी किसी न किसी छेत्र में एक बार रिजेक्ट जरूर होता है , पर जरूरी है रिजेक्शन से निराश होने के बजाय अगली कोशिश के लिए तैयार रहना .दोस्तो आज जैक मा चीन के सबसे अमीर व्यक्ति है और पूरी दुनिया के अमीरो के लिस्ट में वह 17वे स्थान पर आते है तो इसकी वजह रिजेक्शन ही है अगर वे उस KFC की छोटी सी नौकरी में सेलेक्ट हो जाते तो शायद वे आज वहा नही होते जहाँ पर आज है .
दोस्तो अगर आप भी रिजेक्ट कर दिए जाते है और बार बार असफल होते जाते है तब भी अपनी कोशिश को मत छोड़िये और लगे रहिये हो सके तो जिंदगी आपको उससे भी ज्यादा देना चाहती है जितने के लिए आप संघर्ष कर रहे हो .
Bahut hi achha artical likhe hai sir.
जवाब देंहटाएंJack